Lord Rama And Sita Marriage Truth - भगवान राम और ...

जयति भूमिजा-रमण-पदकंज-मकरंद-रस- रसिक-मधुकर भरत भूरिभागी।
भुवन-भूषण, भानुवंश-भूषण, भूमिपाल- मनि रामचंद्रानुरागी ॥ १ ॥


जयति विबुधेश-धनदादि-दुर्लभ-महा- राज-संम्राज-सुख-पद-विरागी।
खड्ग-धाराव्रती-प्रथमरेखा प्रकट शुद्धमति-युवति पति-प्रेमपागी ॥ २ ॥


जयति निरुपाधि-भक्तिभाव-यंत्रित-ह्रदय , बंधु-हित चित्रकुटाद्रि-चारी।
पादुका-नृप-सचिव,पुहुमि-पालक परम धरम-धुर-धीर, वरवीर भारी ॥ ३ ॥


जयति संजीवनी-समय-संकट हनूमान धनुबान-महिमा बखानी।
बाहुबल बिपुल परमिति पराक्रम अतुल, गूढ गति जानकी-जानि जानी ॥ ४ ॥


जयति रण-अजिर गन्धर्व-गण-गर्वहर, फिर किये रामगुणगाथ-गाता।
माण्डवी-चित्त-चातक-नवांबुद-बरन, सरन तुलसीदास अभय दाता ॥ ५ ॥

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