Tag: मंत्र एवं स्तोत्रम

श्रीशिवापराधक्षमापण स्तोत्रम्

आदौ कर्मप्रसङ्गात्कलयति कलुषं मातृकुक्षौ स्थितं मां,विण्मूत्रामेध्यमध्ये क्वथयति नितरां जाठरो जातवेदाः ।यद्यद्वै तत्र दुःखं व्यथयति नितरां शक्यते केन वक्तुं,क्षन्तव्यो मेऽपराधः शिव शिव शिव भो श्रीमहादेव शम्भो॥ बाल्ये दुःखातिरेको मललुलितवपुः स्तन्यपाने पिपासा,नो…

शिव तांडव (रावण द्वारा रचित)

जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थलेगलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंगतुंगमालिकाम्‌। डमड्डमड्डमड्डमनिनादवड्डमर्वयंचकार चंडतांडवं तनोतु नः शिवः शिवम ॥१॥  जटा कटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिंपनिर्झरी विलोलवी चिवल्लरी विराजमानमूर्धनि ।धगद्धगद्ध गज्ज्वलल्ललाट पट्टपावकेकिशोरचंद्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं ममं ॥२॥  धरा धरेंद्र नंदिनी विलास बंधुवंधुर-स्फुरदृगंत संतति…

शिव रुद्राष्टक (देवों के देव महादेव को शीघ्र प्रसन्न करें )

नमामीशमीशान निर्वाण रूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदः स्वरूपम्‌ ।निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश माकाशवासं भजेऽहम्‌ ॥ निराकार मोंकार मूलं तुरीयं, गिराज्ञान गोतीतमीशं गिरीशम्‌ ।करालं महाकाल कालं कृपालुं, गुणागार संसार पारं…

आदित्य हृदय स्तोत्र

आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ नियमित करने से अप्रत्याशित लाभ मिलता है। आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ से नौकरी में पदोन्नति, धन प्राप्ति, प्रसन्नता, आत्मविश्वास के साथ-साथ समस्त कार्यों में…

error: Content is protected !!