सोलह सोमवार व्रत महात्म्य
सोमवार का व्रत श्रावण, चैत्र, वैसाख, कार्तिक और माघ महीने के शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार से शुरू किया जाता है।कहते हैं इस व्रत को १६ सोमवार तक श्रद्धापूर्वक करने…
सोमवार का व्रत श्रावण, चैत्र, वैसाख, कार्तिक और माघ महीने के शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार से शुरू किया जाता है।कहते हैं इस व्रत को १६ सोमवार तक श्रद्धापूर्वक करने…
हमारी सनातन वैदिक सामाजिक व्यवस्था में वर्णाश्रम धर्म का विशेष महत्व रहा है। वर्ण व्यवस्थाओं में भारत का प्राचीन समाज आज की अपेक्षाकृत कहीं अधिक व्यवस्थित एवं अनुशासित था। वर्णव्यवस्था…
लाल किताब के मत अनुसार जिस भी ग्रह को चौथे घर में भेजना होता है उसको हम हाथ में धारण करते हैं।चौथा भाव माता का होता है। माता के द्वारा…
०३ अगस्त, २०२० को पूर्णिमा तिथि में रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाएगा ।आइए सबसे पहले येजानते है कि पूर्णिमा कब से प्रारम्भ होकर कब तक है =२/अगस्त, २०२० को…
आप जिस उद्देश्य की पूर्ति हेतु रुद्राभिषेक करा रहे हैं उसके लिए किस द्रव्य का इस्तेमाल करना चाहिए इसका उल्लेख शिव पुराण में किया गया है। वहीं से उद्धृत कर…
त्रि + अम्बक = त्र्यम्बक का सामान्य अर्थ होता है तीन आँखों वाला। यह शब्द मृत्युंजय/ महामृत्युंजय मंत्र में आया है- ”त्र्यंबकं यजामहे…”। अबि (अम्ब) शब्दे – अष्टा. :१/२६२ सूत्र…
पहला अध्याय एक समय की बात है नैषिरण्य तीर्थ में शौनिकादि, अठ्ठासी हजार ऋषियों ने श्री सूतजी से पूछा हे प्रभु! इस कलियुग में वेद विद्या रहित मनुष्यों को प्रभु…
ब्रह्मानंदं परमसुखदं केवलं ज्ञानमूर्तिं द्वंद्वातीतं गगनसदृशं तत्त्वमस्यादिलक्ष्यम् |एकं नित्यं विमलमचलं सर्वधीसाक्षिभूतं भावातीतं त्रिगुणरहितं सद्गुरुं तं नमामि || आषाढ़ मास के पूर्णिमा को सनातन परंपरा में गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा (कृष्ण द्वैपायन…