Tag: चालीसा संग्रह

श्री विष्णु चालीसा

॥ दोहा॥विष्णु सुनिए विनयसेवक की चितलाय ।कीरत कुछ वर्णन करूंदीजै ज्ञान बताय ॥॥ चौपाई ॥नमो विष्णु भगवान खरारी,कष्ट नशावन अखिल बिहारी ।प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी,त्रिभुवन फैल रही उजियारी ॥सुन्दर…

श्री राम चालीसा

॥ चौपाई ॥श्री रघुवीर भक्त हितकारी।सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥निशि दिन ध्यान धरै जो कोई।ता सम भक्त और नहिं होई॥ध्यान धरे शिवजी मन माहीं।ब्रह्म इन्द्र पार नहिं पाहीं॥दूत तुम्हार वीर…

श्री शिव चालीसा

॥ दोहा॥जय गणेश गिरिजा सुवन,मंगल मूल सुजान।कहत अयोध्यादास तुम,देहु अभय वरदान।।॥ चौपाई ॥जय गिरिजापति दीन दयाला,सदा करत सन्तन प्रतिपाला।भाल चन्द्रमा सोहत नीके,कानन कुण्डल नागफनी के।।अंग गौर शिर गंग बहाये,मुण्डमाल तन…

श्री दुर्गा चालीसा एवं आरती

श्री दुर्गा चालीसा नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥रूप मातु को अधिक…

श्री गणेश चालीसा आरती

श्री गणेश चालीसा जय जय जय गणपति राजू। मंगल भरण करण शुभ काजू॥जय गजबदन सदन सुखदाता। विश्व विनायक बुद्धि विधाता॥वक्र तुण्ड शुचि शुण्ड सुहावन। तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन॥राजित मणि…

श्री हनुमान चालीसा

श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारिबरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारिबुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमारबल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार जय हनुमान ज्ञान…

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