Tag: अन्य सभी आलेख

मनुष्य शरीर का उद्देश्य

सुनसान जंगल में एक लकड़हारे से पानी का लोटा पीकर प्रसन्न हुआ राजा कहने लगा― हे पानी पिलाने वाले ! किसी दिन मेरी राजधानी में अवश्य आना, मैं तुम्हें पुरस्कार…

पुण्यों का मोल

एक व्यापारी जितना अमीर था उतना ही दान-पुण्य करने वाला, वह सदैव यज्ञ-पूजा आदि कराता रहता था। एक बार उसे व्यापार में घाटा चला गया ।अब उसके पास परिवार चलाने…

भक्तराज ध्रुव की कथा

स्वयाम्भुव मनु और शतरूपा जी के दो पुत्र और तीन पुत्रियां थी। पुत्रों के नाम थे प्रियव्रत और उत्तानपाद।उत्तानपाद जी की दो रानियां थी सुनीति और सुरुचि। लेकिन राजा का…

त्याग का रहस्य

एक बार महर्षि नारद ज्ञान का प्रचार करते हुए किसी सघन बन में जा पहुँचे। वहाँ उन्होंने एक बहुत बड़ा घनी छाया वाला सेमर का वृक्ष देखा और उसकी छाया…

निष्पक्षता के निहितार्थ

जब दो विरोधी पक्ष किसी बिन्दु पर विवाद करने लगें तो धर्मनिष्ठ (ईमानदार) लोगों से समाज द्वारा यह अपेक्षा की जाती है कि वे अपने मत व्यक्त करते समय निष्पक्ष…

भगवान तो खाते नहीं, फिर भोग क्यों लगायें?

हाँ मेरे बंधु! मेरे स्वजनों !सही कह रहें हैं आप सभी जब भगवान कुछ खाते ही नहीं तो उनको भोग क्यों लगायें? उनके आगे छप्पन व्यंजन क्यों रखें? ये तो…

संस्कृत सप्ताह कथं भवेयु:

आगामिनः जुलै 31तमदिनाङ्कात् अगस्त 6 दिनाङ्कं यावत् संस्कृतसप्ताहः। 3 दिनाङ्के संस्कृतदिवसः। संस्कृतसम्बन्धे जनजागरणाय एषः कार्यक्रमः। प्रतिवर्षं सभा शोभायात्रा प्रदर्शिनी इत्यादिरूपेण बहुविधाः कार्यक्रमाः भवन्ति स्म। परन्तु कोरोनाकारणेन एतस्मिन् वर्षे न शक्याः।…

सुफल होगा जीवनम्

गुरूर्ब्रह्मा,गुरूर्विष्णु ,गुरूर्देवो महेश्वरः।गुरूर्साक्षात परम ब्रह्म,तस्मै श्री गुरुवे नमः।।ध्यान मूलं गुरुर्मूर्ति,पूजा मूलं गुरूर्पदम्मंत्र मूलं गुरूर्वाक्यम्मोक्ष मूलं गुरुर्कृपा… सुफल होगा जीवनम् स्मरण गुरुवर का होगा जनम होगा सुफलतमस्मरण हरिहर का होगामरण होगा…

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