पेड़ लगाओ धरती बचाओ
कुदरत ने हमको दी हैंअनंत संपदा अनंत संपदाइनके बिना ना जीवनजी पाएगा कोई भीहम सबको संभालनी हैये अनंत संपदा ये अंनत संपदापेड़ों बिना न जीवनकोई पा सके जहां मेंअन्न,फल, फूल,…
कुदरत ने हमको दी हैंअनंत संपदा अनंत संपदाइनके बिना ना जीवनजी पाएगा कोई भीहम सबको संभालनी हैये अनंत संपदा ये अंनत संपदापेड़ों बिना न जीवनकोई पा सके जहां मेंअन्न,फल, फूल,…
जो भी मनुष्य ऊँचे कर्म या सर्वोत्तम कर्म करते हैं वे कहीं न कहीं आध्यात्मिकता से जुड़े हुए होते हैं, उनमें कहीं न कहीं आध्यात्मिक अंश,सात्विक अंश अवश्य सामान्य मनुष्य…
1) बालगणपति – Baalganapati2) भालचन्द्र – Bhalchandra3) बुद्धिनाथ – Buddhinath4) धूम्रवर्ण – Dhumravarna5) एकाक्षर – Ekakshar6) एकदन्त – Ekdant7) गजकर्ण – Gajkarn8) गजानन – Gajaanan9) गजनान – Gajnaan10) गजवक्र –…
हमारे सनातन वैदिक धर्म में प्रार्थना का बड़ा महत्व है। परमात्मा की उपासना, आराधना करने के पश्चात् हम लोग प्रार्थना अवश्य करते हैं। करनी भी चाहिए।इन प्रार्थनाओं में लगभग सभी…
कलियुग के कलिकाल में मानव का मानसिक रूप से भटक जाना स्वाभाविक है, क्योंकि इस युग में बात ही कुछ ऐसी है ,आइये मैं आपको आज के कलियुगी मानव के…
सेठ सुजानमल अपने जीवन को आनंद से गुजार रहे थे। एक दिन उन्होंने रात्रि में स्वप्न देखा कि यमराज के दूत उन्हें मारते पीटते हुए कहीं ले जा रहे हैं।…
किसी ने सही ही कहा है कि भगवान के पांव में स्वर्ग होता है। उनके चरणों जैसी पवित्र जगह और कोई नहीं है। इसलिए तो लोग भगवान के चरणों का…
श्री कृष्ण को पूर्णावतार कहा गया है। श्री कृष्ण के जीवन में वह सब कुछ है जिसकी मानव को आवश्यकता होती है। श्री कृष्ण गुरु हैं, तो शिष्य भी। आदर्श…
वयं राष्ट्रे जागृयाम पुरोहिताःराष्ट्र शब्द से आशय उस भूखंड विशेष से हैं जहां के निवासी एक संस्कृति विशेष में आबद्ध होते हैं | एक सुसमृद्ध राष्ट्र के लिए उस का…