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शिखा सूत्र का वैदिक महत्व

सिर के ऊपरी भाग को ब्रह्मांड कहा गया है और सामने के भाग को कपाल प्रदेश। कपाल प्रदेश का विस्तार ब्रह्मांड के आधे भाग तक है। दोनों की सीमा पर…

वास्तविक त्याग

त्याग और सन्यास का सामान्यतः यही अर्थ लिया जाता है कि घर छोड़कर,शादी न करके और कर्म का त्याग करके त्यागी या सन्यासी हो जायेंगें।घर छोड़कर कहाँ जाओगे,जहाँ जाओगे क्या…

|| आभूषण और अलंकारो का शरीर पर प्रभाव ||

मानव समाज में आभूषण और अलंकारो के धारण करने का रिवाज बहुत पुराना है आभूषण का अर्थ है शोभा बढ़ाना और सजाना | जहां ये स्वास्थ व शारीरिक सौंदर्य को…

शाक्त सम्प्रदाय

शाक्त सम्प्रदाय’ हिन्दू धर्म के तीन प्रमुख सम्प्रदायों में से एक है। आदि शक्ति अर्थात देवी की उपासना करने वाला सम्प्रदाय शाक्त सम्प्रदाय कहलाता है।महिषासुरमर्दिनी देवी दुर्गाइस सम्प्रदाय में सर्वशक्तिमान…

नारी

‘नारी’। इस शब्द में इतनी ऊर्जा है, कि इसका उच्चारण ही मन-मस्तक को झंकृत कर देता है। इसके पर्यायी शब्द देवी, स्त्री, भामिनी, कांता आदि हैं और इसका पूर्ण स्वरूप…

शबरी भीलन की भक्ति

शबरी भीलन की अथाह श्रद्धा और विश्वास का फल यह था कि…श्रीरामजी को भक्तिन शबरी की कुटिया तक आना पड़ा।…और श्रीराम जी ने प्रेमाभक्ति से भरे जूठे बेर भी खाये……

आत्मचिंतन का महत्व

आत्मचिंतन से तात्पर्य है स्वयं की समीक्षा करना अर्थात स्वयं का परीक्षण करना, स्वयं का अध्ययन करना, स्वयं के गुण दोषों का विवेचन स्वयं से स्वयं में करना।व्यक्तित्व विकास बाहरी…

2 सितम्बर से प‍ितृ पक्ष

2 सितम्बर से प‍ितृ पक्ष शुरू हो रहा है। यह पक्ष 15 द‍िनों का होता है। जो क‍ि भाद्रपद की पूर्णिमा से शुरू होता है और अश्विन की अमावस्‍या को…

संस्कृत भाषा ऐसे अनेक क्षेत्रों में अन्यतम है – डा॰ आशीष पांडेय

संस्कृत भाषा केवल विचार सम्प्रेषण का माध्यम ही नहीं है।सभी भाषाएँ में उस भाषा के बोलने वाले लोगों के आचरण, परम्पराओं और संस्कृति की वाहक भी रहती हैं। जो लोग…

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