Tag: आरती एवं भजन संग्रह

श्री रामचन्द्र जी की आरती

जगमग जगमग जोत जली है। राम आरती होने लगी है ।। भक्ति का दीपक प्रेम की बाती। आरति संत करें दिन राती ।।आनन्द की सरिता उभरी है। जगमग जगमग जोत…

माँ काली जी की आरती

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली | तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती || तेरे भक्त जनों पे माता, भीर पड़ी…

श्री गणेशजी की आरती

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी ।माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश जय गणेश,…

श्री दुर्गा चालीसा एवं आरती

श्री दुर्गा चालीसा नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥रूप मातु को अधिक…

श्री गणेश चालीसा आरती

श्री गणेश चालीसा जय जय जय गणपति राजू। मंगल भरण करण शुभ काजू॥जय गजबदन सदन सुखदाता। विश्व विनायक बुद्धि विधाता॥वक्र तुण्ड शुचि शुण्ड सुहावन। तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन॥राजित मणि…

श्री हनुमान चालीसा

श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारिबरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारिबुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमारबल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार जय हनुमान ज्ञान…

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