Tag: आरती एवं भजन संग्रह

शबरी भीलन की भक्ति

शबरी भीलन की अथाह श्रद्धा और विश्वास का फल यह था कि…श्रीरामजी को भक्तिन शबरी की कुटिया तक आना पड़ा।…और श्रीराम जी ने प्रेमाभक्ति से भरे जूठे बेर भी खाये……

श्रीतुलसी माता की आरती

जय जय तुलसी माता,सब जग की सुखदाता ।॥ जय जय तुलसी माता।|सब योगों के ऊपर,सब लोगों के ऊपर,रुज से रक्षा करके भव त्राता।॥ जय जय तुलसी माता।|बटु पुत्री है श्यामा,सूर…

श्री तुलसी माता की आरती

जय जय तुलसी माता,सब जग की सुखदाता।॥ जय जय तुलसी माता।।सब योगों के ऊपर,सब लोगों के ऊपर,रुज से रक्षा करके भव त्राता।॥ जय जय तुलसी माता।।बटु पुत्री है श्यामा,सूर बल्ली…

भारत माता की आरती

आरती भारत माता कीजगत के भाग्यविधाता कीसिर पर हिमगिरिवर सोहे, चरण को रत्नाकर धोएदेवता गोदी में सोए, रहे आनंद, होय न द्वंद, समर्पित छंदबोलो जय बुद्दि प्रदाता की॥1॥आरती भारत…जगत से…

जय श्री राधे कृष्ण – भाव-भजन

जय श्री राधे कृष्णप्रस्तुत है भाव-भजन….. कन्हैया आने वाले हैं सजा दो घर को दीपों सेकन्हैया आने वाले हैं सजा दो घर को गुलशन साकन्हैया आने वाले हैं लगे कुटिया…

जय राम रमा रमनं समनं

॥ छन्द: ॥जय राम रमा रमनं समनं ।भव ताप भयाकुल पाहि जनम ॥अवधेस सुरेस रमेस बिभो ।सरनागत मागत पाहि प्रभो ॥ राजा राम, राजा राम,सीता राम,सीता राम ॥ दससीस बिनासन…

श्रीगणेश वंदना : सुमित्रा गुप्ता

वक्रतूंड महाकाय सूर्यकोटि समंप्रभः,निर्विघ्नम् कुरू मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा। आज हमारे गणपति पधारे—–आज हमारे गणपति पधारे,आज हमारे गणपति पधारे—–चलो सखी मिलकर मंगल गावें,मंगल गावें और उन्हें निहारें—(१) मात-पिता की पूजा…

माँ सरस्वती की आरती

।।श्लोक ।।या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृताया वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दितासा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1॥शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनींवीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्‌।हस्ते स्फाटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्‌वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं…

श्री भैरव जी की आरती

जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा ।जय काली और गौरा देवी कृत सेवा ।।जय….. तुम्हीं पाप उद्धारक दु:ख सिन्धु तारक ।भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक ।।जय….. वाहन…

श्री पार्वती जी की आरती

जय पार्वती माता, जय पार्वती माता,ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल की दाता । अरिकुलपद्म विनासनी जय सेवकत्राता,जगजीवन जगदंबा हरिहर गुण गाता । सिंह का वाहन साजे कुंडल हैं साथा,देवबंधु जस…

error: Content is protected !!