मिथुन राशि के जातक सदैव अपने कार्यक्षेत्र को प्राथमिकता देते हैं, इनकी बचपना अभावग्रस्त रहती है। जुड़ुवा के प्रतीक चिह्न वाले ये जातक आकर्षक और मैत्री स्वभाव के होते हैं। इनकी उदारता, जिज्ञासु प्रवृत्ति और चतुराई इन्हे सामाजिक समारोहो और पार्टी के आकर्षण का केन्द्र बना देती हैं ये। न केवल अच्छे बात चीत करने वाले होते हैं बल्कि अच्छे श्रोता भी होते हैं। जिससे ये कुछ सीख पायें और प्रतिक्रिया दे पायें। ये जिस वार्ता में शामिल होते हैं वो केवल साधारण बातें ना होकर सूचना प्रधान वार्तालाप होती हैं। इसके लिए इन्हे हमेशा अपने आपको नवीनतम सूचनाओं से लैस रखना पड़ता हैं। इनके लिए रिश्ते भी बहुत महत्व रखते हैं। जिसके लिए ये अपने व्यस्त दिनचर्या से समय निकाल कर जिन्दगी के अलग-अलग क्षेत्रों के लोगो से मिलते हैं। जिससे इन्हे नये-नये दोस्त मिल सकें और ये अपने मित्रों का दायरा बढ़ा सकें।
इनका प्रतीक चिन्ह होने के कारन ये दोहरा व्यवहार भी प्रदर्शित करते हैं। जैसे यदि ये व्यवहारिक हैं तो उसी समय में ये कल्पानात्मक और रचनात्मक हो सकते हैं। लेकिन अधिकतर समय ये इस पशोपश में रहते हैं उनका कौन सा भाग प्रतिक्रिया देगा। ये मूडी होते हैं। ये इनकी उर्जा होती हैं जो इन्हे ध्यान केन्द्रित करने से रोकती हैं। ये जीवन शक्ति से भरपूर होते हैं। मिथुन राशि के जातक विरोधाभासों का एक बंडल हैं। ये सब कुछ में निपटाना जानते हैं और किसी एक कौशल में पारंगत भी हो सकते हैं। मिथुन राशि में जन्मे जातक बहुमुखी होते हैं और जो विषय वे चुनते हैं उसकी अद्भुत समझ रखते हैं। हालांकि इसमें इनकी रुचि लंबे समय तक नहीं हो सकती हैं। इनके लिए बुद्धि सारी बातों से ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं। काम में ये सबसे सुलझे विचारों वाले होते हैं। इनके तर्क पूर्ण विचार और नये विचारो से ये किसी भी टीम का जरुरी हिस्सा बन जाते हैं। इनकी सबसे बड़ी क्षमता इनके खुले विचार और अच्छी तरह बात चीत करने की कला हैं |इनके दिमाग में जोखिम से भरे विचार आते रहते हैं। लेकिन जब इनके कैरियर से सबंधित ये सारी बातें होती हैं तो इनके निर्णय करने की क्षमता पर सवाल उठने लगते हैं और यदि इसे जल्दी नहीं सुलाझाया गया तो ये विचलित होने लगते हैं।