Category: प्रेरक कथाएँ

आचमन एवं पवित्रता क्यों ……..?

 सकल सौच करि राम नहावा। सुचि सुजान बट छीर मगावा॥ अनुज सहित सिर जटा बनाए। देखि सुमंत्र नयन जल छाए॥ भावार्थ:-शौच के सब कार्य करके (नित्य) पवित्र और सुजान श्री…

श्री हनुमानजी के किस स्वरूप की पूजा से क्या लाभ होता है।

कलियुग में हनुमानजी सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवताओं में से एक हैं। हनुमानजी के अलग-अलग स्वरूपों की कई प्रतिमाएं और चित्र आसानी से देखे जा सकते हैं। शास्त्रों में…

देवी सुलोचना का सतीत्व एक वंदन

सुलोचना वासुकी नाग की पुत्री और लंका के राजा रावण के पुत्र मेघनाद की पत्नी थी। लक्ष्मण के साथ हुए एक भयंकर युद्ध में मेघनाद का वध हुआ। उसके कटे…

प्रेरक कथा -एक वैश्य और उसके पुत्र की कथा

एक वैश्य ने लाखों-करोड़ों रुपये कमाए और अपने धन में से चार-चार लाख रुपये अपने पुत्रों को देकर, उनकी अलग-अलग दुकाने करवा दीं । शेष धन उसने दीवारों में चुनवा…

ज्ञान अनमोल है- एक छोटी उपदेशप्रद कहानी

एक युवक ने विवाह के बाद दो साल बाद परदेस जाकर व्यापार की इच्छा पिता से कही, पिता ने स्वीकृति दी तो वह अपनी गर्भवती को माँ-बाप के जिम्मे छोड़कर…

प्रेरक प्रसंग : स्‍वाभिमान से ही मिलता है सम्‍मान

कलकत्ता विश्वविद्यालय के उपकुलपति का एक पत्र  पाकर पं. मदन मोहन मालवीय असमंजस में पड़ गए। वे बुदबुदाए – “अजीब प्रस्ताव रखा है यह तो उन्होंने। क्या कहूँ, क्या लिखूँ?”पास…

“माया और भक्ति”

भगवान के पास दो शक्तियां हैं।दोनों भगवान की है एक है माया और दूसरी है भक्ति, जब कोई भगवान के समक्ष जाता है भगवान को प्रणाम करता है तो वह…

माता पार्वती का भगवान शिव से एक प्रश्न ..

एक बार माता पार्वती व शिव भगवान कैलाश पर थे। पृथ्वी की ओर देखते हुए पार्वती जी ने उनसे एक प्रश्न किया। हे प्रभु यह में क्या देख रही हूं…

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