Category: डा॰ आशीष पाण्डेय

आओ मिलकर चलें परम शांति की ओर

वैदिक कालीन शिक्षा

शिक्षा का उद्देश्य:शिक्षा के उद्देश्य का पहला उल्लेख ऋग्वेद के 10 वें मंडल में पाया जाता है. इस मंडल के एक सूक्त में कहा गया है कि विद्या का उद्देश्य…

भगवद्गीता के अध्ययन हेतु कुछ सुझाव

भगवद्गीता इतना सुप्रसिद्ध ग्रन्थ है के संसार भर के जिज्ञासु इसे पढ़ना चाहते हैं। इसकी भाषा जितनी सरल और बोधगम्य है उतनी ही गूढ़ इसकी विषयवस्तु है। उस विषयवस्तु का…

वैदिक कालीन शिक्षा एवं आज का परिवेश

वेद शब्द संस्कृत भाषा के “विद्” धातु से बना है जिसका अर्थ है: जानना, ज्ञान इत्यादि। वेद हिन्दू धर्म के प्राचीन पवित्र ग्रंथों का नाम है । वेदों को श्रुति…

संस्कृत सप्ताह कथं भवेयु:

आगामिनः जुलै 31तमदिनाङ्कात् अगस्त 6 दिनाङ्कं यावत् संस्कृतसप्ताहः। 3 दिनाङ्के संस्कृतदिवसः। संस्कृतसम्बन्धे जनजागरणाय एषः कार्यक्रमः। प्रतिवर्षं सभा शोभायात्रा प्रदर्शिनी इत्यादिरूपेण बहुविधाः कार्यक्रमाः भवन्ति स्म। परन्तु कोरोनाकारणेन एतस्मिन् वर्षे न शक्याः।…

रावण की सभा में हनुमान जी का निर्भय वक्तव्य

महावीर हनुमान जी को इन्द्रजीत मेघनाद ने बन्दी बना कर लंकाधिपति राक्षसेश्वर रावण के सम्मुख ला उपस्थित कर दिया। सभी लोग समझ रहे थे कि अब हनुमान की मृत्यु होने…

राक्षसाधिपति रावण और जननायक श्रीराम के मध्य हुए पहले रोचक संवाद

प्रसिद्ध देवासुर संग्राम के पश्चात् इस धरा पर दो महाभयंकर विश्वयुद्ध हुए हैं। पहला रोमहर्षक राम-रावण युद्ध और दूसरा महाभयंकर महाभारत युद्ध। इन दोनों महायुद्धों में विश्व के प्राय: सभी…

।।महर्षि मनु ।। : डा॰ आशीष पांडेय

भारतीय संविधान अपने नागरिकों को जाति, वर्ण, लिंग के आधार पर भेदभाव का निषेध करता है। संविधान जातिगत भेदभाव तो नहीं मानता परन्तु जातियों को मानता है। जो व्यक्ति जिस…

समर्पण

एक बार किसी गांव में महात्मा बुध्द का आगमन हुआ। सब इस होड़ में लग गये कि क्या भेंट करें। इधर गाँव में एक गरीब मोची था। उसने देखा कि…

हे राम!

यह श्लोक इस प्रकार हैं-राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ॥३८॥ श्लोक का अन्वय —वरानने! राम राम इति राम इति (जप)। (अहं) मनोरमे रामे रमे। तत्…

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