सप्तम भाव को ज्योतिष में महत्वपूर्ण क्यों माना गया है?
सप्तम भाव, कुंडली के इस भाव को वैदिक ज्योतिष में कितना महत्व दिया गया है? सप्तम भाव को ज्योतिष में किस क्यों महत्वपूर्ण माना गया है? यह जातक के किन…
सप्तम भाव, कुंडली के इस भाव को वैदिक ज्योतिष में कितना महत्व दिया गया है? सप्तम भाव को ज्योतिष में किस क्यों महत्वपूर्ण माना गया है? यह जातक के किन…
पंचांग के अनुसार शनि ग्रह का वक्री होना महत्वपूर्ण माना जाता है. शनि की इस चाल का सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलता है. किसी के लिए…
नवग्रह में शनि ऐसे ग्रह हैं जिसके प्रभाव से कोई व्यक्ति नहीं बचा है। ऐसा व्यक्ति तलाश करना असम्भव है जो शनि से डरता न हो। कुछ वर्ष पहले तक…
ब्रह्मदेव के कर्णों से १० दिशाओं की उत्पत्ति होती है और फिर उनके अनुरोध पर ब्रह्मदेव उनके पतियों के रूप में ८ देवताओं की रचना करते हैं और उन्हें ८…
यह ग्रहण ज्येष्ठ महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को लग रहा है और इस दिन शनि जयंती भी है इसलिए इस बार सूर्य ग्रहण कई मामलों में खास…
सूर्य ग्रह :सूर्य की अनुकूलता प्राप्त करने के लिए जातक को अपने आहार में गेहूं, आम, गुड़ आदि का उपयोग करना चाहिए। चन्द्र ग्रह :चन्द्रमा मन का कारक है अत:…
श्री शनिदेव भगवान सूर्यनारायण के पुत्र हैं और पिता-पुत्र में शत्रुतापूर्ण व्यवहार है। शनिदेव सूर्यनारायणके शत्रु हैं शनिदेव एक ऐसे ग्रह हैं जिनके प्रभाव से संसार का कोई प्राणी बच…
यात्रा सभी लोग करते हैं। कोई व्यापार के लिए, कोई धार्मिक कार्य के लिए, कोई मांगलिक कार्य के लिए अथवा कोई किसी महत्वपूर्ण खरीददारी के लिए। कभी-कभी यात्रा सुखमय होती…
वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रहों का गोचर व्यक्ति के जीवन पर काफी प्रभाव डालता है। नक्षत्र मंडल में राशियों के मध्य विचरण करने वाले ग्रह ऐसे में जब अप्रैल के…
ज्ञानसंजीवनी वैदिक ज्योतिष – गुरु का राशि परिवर्तन से अन्य राशियों पर प्रभाव Nov-2020 भाग – 01 एवं 02 (ज्योतिषाचार्य ज्योत्सना गुप्ता जी)