Category: आरती एवं भजन संग्रह

भारत माता की आरती

आरती भारत माता कीजगत के भाग्यविधाता कीसिर पर हिमगिरिवर सोहे, चरण को रत्नाकर धोएदेवता गोदी में सोए, रहे आनंद, होय न द्वंद, समर्पित छंदबोलो जय बुद्दि प्रदाता की॥1॥आरती भारत…जगत से…

श्री रामचन्द्र जी की आरती

जगमग जगमग जोत जली है। राम आरती होने लगी है ।। भक्ति का दीपक प्रेम की बाती। आरति संत करें दिन राती ।।आनन्द की सरिता उभरी है। जगमग जगमग जोत…

श्री दुर्गा चालीसा एवं आरती

श्री दुर्गा चालीसा नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥रूप मातु को अधिक…

श्री हनुमान चालीसा

श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारिबरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारिबुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमारबल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार जय हनुमान ज्ञान…

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