श्रीशीतला चालीसा
॥ दोहा॥जय जय माता शीतला, तुमहिं धरै जो ध्यान।होय विमल शीतल हृदय, विकसै बुद्धी बल ज्ञान।।घट -घट वासी शीतला, शीतल प्रभा तुम्हार।शीतल छइयां में झुलई, मइयां पलना डार।।॥ चौपाई ॥जय-जय-…
॥ दोहा॥जय जय माता शीतला, तुमहिं धरै जो ध्यान।होय विमल शीतल हृदय, विकसै बुद्धी बल ज्ञान।।घट -घट वासी शीतला, शीतल प्रभा तुम्हार।शीतल छइयां में झुलई, मइयां पलना डार।।॥ चौपाई ॥जय-जय-…