Category: आचार्य अभिजीत

श्री कृष्ण के बारे में कुछ जानकारियां

श्री कृष्ण को पूर्णावतार कहा गया है। श्री कृष्ण के जीवन में वह सब कुछ है जिसकी मानव को आवश्यकता होती है। श्री कृष्ण गुरु हैं, तो शिष्य भी। आदर्श…

पद्मा (परिवर्तिनी) एकादशी व्रत कथा

युधिष्ठिर ने पूछा : केशव ! कृपया यह बताइये कि भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष में जो एकादशी होती है, उसका क्या नाम है, उसके देवता कौन हैं और कैसी विधि…

स्वतंत्रता दिवस और वैदिक राष्ट्रनीति

वयं राष्ट्रे जागृयाम पुरोहिताःराष्ट्र शब्द से आशय उस भूखंड विशेष से हैं जहां के निवासी एक संस्कृति विशेष में आबद्ध होते हैं | एक सुसमृद्ध राष्ट्र के लिए उस का…

भारत माता की आरती

आरती भारत माता कीजगत के भाग्यविधाता कीसिर पर हिमगिरिवर सोहे, चरण को रत्नाकर धोएदेवता गोदी में सोए, रहे आनंद, होय न द्वंद, समर्पित छंदबोलो जय बुद्दि प्रदाता की॥1॥आरती भारत…जगत से…

शुक्र महादशा में शुक्र अंतर काल का शुभ फल

यदि आपकी कुंडली में शुक्र अच्छी स्थिति में है शुभ प्रभाव युक्त स्थित है तो शुक्र महादशा में शुक्र का अंतर काल आपके लिए बहुत सारे लाभ ले कर के…

पुण्यों का मोल

एक व्यापारी जितना अमीर था उतना ही दान-पुण्य करने वाला, वह सदैव यज्ञ-पूजा आदि कराता रहता था। एक बार उसे व्यापार में घाटा चला गया ।अब उसके पास परिवार चलाने…

गीता के १८ अध्यायों का संक्षेप में हिंदी सारांश

भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया और इसी उपदेश को सुनकर अर्जुन को ज्ञान की प्राप्ति हुई। गीता का उपदेश मात्र अर्जुन…

भक्तराज ध्रुव की कथा

स्वयाम्भुव मनु और शतरूपा जी के दो पुत्र और तीन पुत्रियां थी। पुत्रों के नाम थे प्रियव्रत और उत्तानपाद।उत्तानपाद जी की दो रानियां थी सुनीति और सुरुचि। लेकिन राजा का…

डाकू रत्नाकर और देवर्षि नारद की कहानी

एक पौराणिक कथानक है। एक समय की बत है रत्नाकर नाम का एक डाकू (दस्यु) हुआ करता था। अपने परिवार के भरण पोषण के लिए रत्नाकर चोरी, लूटपाट और राहगीरों…

त्याग का रहस्य

एक बार महर्षि नारद ज्ञान का प्रचार करते हुए किसी सघन बन में जा पहुँचे। वहाँ उन्होंने एक बहुत बड़ा घनी छाया वाला सेमर का वृक्ष देखा और उसकी छाया…

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