आचमन एवं पवित्रता क्यों ……..?
सकल सौच करि राम नहावा। सुचि सुजान बट छीर मगावा॥ अनुज सहित सिर जटा बनाए। देखि सुमंत्र नयन जल छाए॥ भावार्थ:-शौच के सब कार्य करके (नित्य) पवित्र और सुजान श्री…
सकल सौच करि राम नहावा। सुचि सुजान बट छीर मगावा॥ अनुज सहित सिर जटा बनाए। देखि सुमंत्र नयन जल छाए॥ भावार्थ:-शौच के सब कार्य करके (नित्य) पवित्र और सुजान श्री…
श्रवण मास का महत्व हिन्दू धर्म में विशेष रूप से माना जाता है। यह मास भगवान शिव को समर्पित होता है और श्रवण मास के सोमवार विशेष रूप से महत्वपूर्ण…
ककारादारभ्य ज्ञकारान्ता शिवस्तुतिः ( क से लेकर ज्ञ तक प्रत्येक वर्ण से आरम्भ ) लेखकः- आचार्यो विवेककुमारपाण्डेयः [प्रधानाचार्यः- वेदश्रीतपोवनगुरुकुलम्] चैत्रशुक्लत्रयोदशी- २१/०४/२०२४ करोतु नश्शिवं शिवः शिवाभिवन्दितो विभुःगणेशकार्तिकेयतातनाथसर्वसम्प्रभुः।कृपाम्बुधे प्रभो शिवो वितन्यतां…