Author: ज्ञानसंजीवनी फाउंडेशन

दिशाओं के देवता

ब्रह्मदेव के कर्णों से १० दिशाओं की उत्पत्ति होती है और फिर उनके अनुरोध पर ब्रह्मदेव उनके पतियों के रूप में ८ देवताओं की रचना करते हैं और उन्हें ८…

॥स्वात्मप्रकाशिका॥

जगत्कारणमज्ञानमेकमेव चिदन्वितम्।एक एव मनः साक्षी जानात्येवं जगत्त्रयम्॥१॥ विवेकयुक्तबुद्ध्याहं जानाम्यात्मानमद्वयम्।तथापि बन्धमोक्षादिव्यवहारः प्रतीयते॥२॥ विवर्तोऽपि प्रपञ्चो मे सत्यवद्भाति सर्वदा।इति संशयपाशेन बद्धोऽहं छिन्द्धि संशयम्॥३॥ एवं शिष्यवचः श्रुत्वा गुरुराहोत्तरं स्फुटम्।नाज्ञानं न च बुद्धिश्च न जगन्न…

हरिमीडेस्तोत्रम् अथवा हरिस्तुतिः

शङ्कराचार्यविरचितम् स्तोष्ये भक्त्या विष्णुमनादिं जगदादिं यस्मिन्नेतत्संसृतिचक्रं भ्रमतीत्थम् ।यस्मिन् दृष्टे नश्यति तत्संसृतिचक्रं तं संसारध्वान्तविनाशं हरिमीडे ॥ १॥ यस्यैकांशादित्थमशेषं जगदेतत् प्रादुर्भूतं येन पिनद्धं पुनरित्थम् ।येन व्याप्तं येन विबुद्धं सुखदुःखैस्तं संसारध्वान्तविनाशं हरिमीडे ॥…

पूजा करते समय क्या करें क्या न करें

।। अति महत्वपूर्ण बातें पूजा से जुड़ी हुई।। एक हाथ से प्रणाम नही करना चाहिए। सोए हुए व्यक्ति का चरण स्पर्श नहीं करना चाहिए। बड़ों को प्रणाम करते समय उनके…

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व

श्री कृष्ण जयन्ती योग कृष्ण जन्माष्टमी सोमवार, अगस्त 30, 2021 को निशिता पूजा का समय 11:14 पी एम से 12:00 पी एम दही हाण्डी मंगलवार, अगस्त 31, 2021 को धर्म…

रक्षोघ्न सूक्त

ऋग्वेदः – मण्डल ४ सूक्तं ४.४ ऋषि वामदेवो गौतमः छन्दः त्रिष्टुप् शुक्‍लयजुर्वेदः/अध्यायः १३ । ९-१३ तैत्तिरीयसंहिता(विस्वरः)/काण्डम् १/प्रपाठकः २ अनुवाक १४ कृणुष्व पाजः प्रसितिं न पृथ्वीं याहि राजेवामवाँ इभेन । तृष्वीमनु…

तिथि अनुसार भाद्रपद मास के पर्व एवं त्योहार

कजरी तीज भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की तृतीया को यह पर्व मनाया जाता है यह पर्व विशेषता उत्तर भारत में मनाया जाता है। बूढ़ी तीज भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की…

देवी सुलोचना का सतीत्व एक वंदन

सुलोचना वासुकी नाग की पुत्री और लंका के राजा रावण के पुत्र मेघनाद की पत्नी थी। लक्ष्मण के साथ हुए एक भयंकर युद्ध में मेघनाद का वध हुआ। उसके कटे…

शिवसंकल्पोपनिषत्

यज्जाग्रतो दूरमुदति दैवं तदु सुप्तस्य तथैवैति । दरङ्गमं ज्योतिषां ज्योतिरेकं तेन्मे मनः शिवसङ्कल्पमस्तु ।१।येन कर्माण्य पसो मनीषिणो यज्ञे कृण्वन्ति विदथेष धीराः ।यदपूर्व यक्षमन्तः प्रजानां तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु । २।यत्प्रज्ञानमुत चैतो…

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