Author: ज्ञानसंजीवनी फाउंडेशन

शिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान शिव के पर्यायवाची शब्दों पर विचार

त्रि + अम्बक = त्र्यम्बक का सामान्य अर्थ होता है तीन आँखों वाला। यह शब्द मृत्युंजय/ महामृत्युंजय मंत्र में आया है- ”त्र्यंबकं यजामहे…”। अबि (अम्ब) शब्दे – अष्टा. :१/२६२ सूत्र…

सनातन में सुबह उठने के पश्चात किए जाने वाले कुछ वैदिक कर्म

।। प्रातः कर दर्शनम्।।  प्राचीन वैदिक संस्कृति में वर्णित तथा आधुनिक विज्ञान के द्वारा मानित प्रभार कर दर्शन का व्यक्ति के जीवन में बड़ा महत्व है।  इसलिए आँखों के खुलते…

माँ सरस्वती की आरती

।।श्लोक ।।या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृताया वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दितासा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1॥शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनींवीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्‌।हस्ते स्फाटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्‌वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं…

श्री भैरव जी की आरती

जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा ।जय काली और गौरा देवी कृत सेवा ।।जय….. तुम्हीं पाप उद्धारक दु:ख सिन्धु तारक ।भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक ।।जय….. वाहन…

श्री पार्वती जी की आरती

जय पार्वती माता, जय पार्वती माता,ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल की दाता । अरिकुलपद्म विनासनी जय सेवकत्राता,जगजीवन जगदंबा हरिहर गुण गाता । सिंह का वाहन साजे कुंडल हैं साथा,देवबंधु जस…

श्री रामचन्द्र जी की आरती

जगमग जगमग जोत जली है। राम आरती होने लगी है ।। भक्ति का दीपक प्रेम की बाती। आरति संत करें दिन राती ।।आनन्द की सरिता उभरी है। जगमग जगमग जोत…

माँ काली जी की आरती

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली | तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती || तेरे भक्त जनों पे माता, भीर पड़ी…

श्री गणेशजी की आरती

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी ।माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश जय गणेश,…

प्रतरुत्थानम् (प्रातः जागरण पर शास्त्रीय कथन)

“प्रातःकालीन सूर्यदेव स्वास्थ्यप्रद पोषक तत्वों को लाकर जीवों को प्रदान करते हैं। ज्ञानी मनुष्य इस तथ्य से परिचित होते हैं एवं वे सूर्योदय से पूर्व उठकर सूर्यरश्मियों से सन्निहित प्राणतत्व…

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