Author: ज्ञानसंजीवनी फाउंडेशन

जगद्गुरुरामभद्राचार्य जी महाराज

आचार्यचरणानां विरुदावलिः ॥ श्रीसीतारामपदपद्ममकरन्दमधुव्रतश्रीसम्प्रदायप्रवर्तकसकलशास्त्रार्थमहार्णवमन्दरमतिश्रीमदाद्य– जगद्गुरुरामानन्दाचार्यचरणारविन्दचञ्चरीकाः समस्तवैष्णवालङ्कारभूताः आर्षवाङ्मयनिगमागमपुराणेतिहाससन्निहितगम्भीरतत्त्वान्वेषणतत्पराः पदवाक्यप्रमाणपारावारीणाः साङ्ख्ययोगन्यायवैशेषिकपूर्वमीमांसावेदान्तनारदशाण्डिल्यभक्तिसूत्रगीतावाल्मीकीयरामायणभागवतादि– सिद्धान्तबोधपुरःसरसमधिकृताशेषतुलसीदाससाहित्यसौहित्यस्वाध्यायप्रवचनव्याख्यानपरमप्रवीणाः सनातनधर्मसंरक्षणधुरीणाः चतुराश्रमचातुर्वर्ण्यमर्यादासंरक्षणविचक्षणाः अनाद्यविच्छिन्नसद्गुरुपरम्पराप्राप्तश्रीमत्सीतारामभक्तिभागीरथीविगाहनविमलीकृतमानसाः श्रीमद्रामचरित्रमानसराजमरालाः सततं शिशुराघवलालनतत्पराः समस्तप्राच्यप्रतीच्यविद्याविनोदितविपश्चितः राष्ट्रभाषागीर्वाणगिरामहाकवयः विद्वन्मूर्धन्याः श्रीमद्रामप्रेमसाधनाधनधन्याः श्रोत्रियब्रह्मनिष्ठाः प्रस्थानत्रयीभाष्यकाराः महामहोपाध्यायाः वाचस्पतयः जगद्गुरुरामभद्राचार्यविकलाङ्गविश्वविद्यालयस्य जीवनपर्यन्तकुलाधिपतयः श्रीचित्रकूटस्थमन्दाकिनीविमलपुलिननिवासिनः श्रीतुलसीपीठाधीश्वराः धर्मचक्रवर्तिनः श्रीमज्जगद्गुरुरामानन्दाचार्याः…

आइए गीता पर एक दृष्टि डालें

गीता तात्पर्य -श्रीमद्भगवदगीता विश्व के सबसे बडे़ महाकाव्य महाभारत के “भीष्मपर्व” का एक अंश है। भगवद्गीता भगवान कृष्ण द्वारा कुरूक्षेत्र युध्द में दिया गया दिव्य उपदेश है जब अर्जुन मोहग्रस्त…

मेष राशि (एक परिचय)

आद्यः स्मृतो मेष समान मूर्ति कालस्य मूर्धा गदितः पुराणैः।सोsजाविका संचर कन्दराद्रिस्--तेयाग्निधात्वाकररत्नभूमिः।।  मेष राशि का स्वामी मंगल होता है। मंगल ग्रह जीवन में पराक्रम और उत्साह का कारक होता है। मेष राशि…

मृग, काग और धूर्त गीदड़ की कहानी (हितोपदेश: श्री नारायण पंडित)

मगध देश में चंपकवती नामक एक महान अरण्य था, उसमें बहुत दिनों में मृग और कौवा बड़े स्नेह से रहते थे। किसी गीदड़ ने उस मृग को हट्ठा- कट्ठा और…

आधुनिक मानसिकता और वेद

मानव समाज का पतन और उत्थान  लोगों की मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है,और यही स्थिति मानव जीवन के भविष्य की सीढ़ी बनती है,जिसके सकारात्मक स्थिति से  कोई शंकराचार्य बनता…

।। भारतीय शिक्षा का इतिहास।।

भारतीय शिक्षा का इतिहास भारतीय सभ्यता के इतिहास से जुड़ा है। भारतीय समाज के विकास तथा परिवर्तनों की रूपरेखा में शिक्षा की जगह और उसकी भूमिका को भी निरंतर विकासशील…

सगोत्र विवाह अनुचित है, पर होता रहा है।

चचेरी, ममेरी, फुफेरी, मौसेरी या फुआ, मौसी आदि (दूधशरीकी को छोड़कर) के साथ विवाह को लेकर पश्चिम के देशों में शोध किए गए हैं। इसीतरह का एक शोध ब्रिटेन में…

।।सत्यमेव जयते।। सदा सत्य बोलें।

सत्यं ब्रूयात्प्रियं ब्रूयान्न ब्रूयात्सत्यमप्रियम्।प्रियं च नानृतं ब्रूयादेष धर्म: सनातन:।।मनु स्मृति ४/१३८ मनुष्य सत्य बोले। प्रिय बोले। अप्रिय सत्य न बोले। प्रिय भी असत्य न बोले। यही सनातन (चिरकाल से चला…

श्रावण में देवाधिदेव महादेव को करें प्रसन्न !! रुद्राभिषेक से होने वाले लाभ !!

आप जिस उद्देश्य की पूर्ति हेतु रुद्राभिषेक करा रहे हैं उसके लिए किस द्रव्य का इस्तेमाल करना चाहिए इसका उल्लेख शिव पुराण में किया गया है। वहीं से उद्धृत कर…

दशावतार-कथा एवं सृष्टि के विकास-क्रम की कहानी

दसवाँ अवतार कल्कि नाम से शस्त्रधारी मानव-रूप में होगा। यही है दशावतार का क्रम। इसमें सृष्टि का क्रमिक विकास छिपा हुआ है। विज्ञान की दृष्टि से भी इसका महत्त्व है।…

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