Author: ज्ञानसंजीवनी फाउंडेशन

सर्व देवता गायत्री मन्त्राः

शिव गायत्री मन्त्रःॐ तत्पुरु॑षाय वि॒द्महे॑ महादे॒वाय॑ धीमहि ।तन्नो॑ रुद्रः प्रचो॒दया᳚त् ॥ गणपति गायत्री मन्त्रःॐ तत्पुरु॑षाय वि॒द्महे॑ वक्रतु॒ण्डाय॑ धीमहि ।तन्नो॑ दन्तिः प्रचो॒दया᳚त् ॥ नन्दि गायत्री मन्त्रःॐ तत्पुरु॑षाय वि॒द्महे॑ चक्रतु॒ण्डाय॑ धीमहि ।तन्नो॑…

यज्ञोपवीत धारण-संक्षिप्त

“गायन्तं त्रायते इति गायत्री”ॐ भूर्भुव॒स्सुवः॑ ॥तथ्स॑वि॒तुर्वरे᳚ण्यं॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमहि ।धियो॒ यो नः॑ प्रचोदया᳚त् ॥ 1। शरीर शुद्धि अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां᳚ गतोऽपिवा ।यः स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तरश्शुचिः ॥ 2। आचमनम्ॐ…

नित्य पारायण श्लोकाः

प्रभात श्लोकःकराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती ।करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम् ॥ प्रभात भूमि श्लोकःसमुद्र वसने देवी पर्वत स्तन मण्डले ।विष्णुपत्नि नमस्तुभ्यं, पादस्पर्शं क्षमस्वमे ॥ सूर्योदय श्लोकःब्रह्मस्वरूप मुदये मध्याह्नेतु महेश्वरम्…

निर्वाण दशकं

न भूमिर्न तोयं न तेजो न वायुःन खं नेन्द्रियं वा न तेषां समूहःअनेकान्तिकत्वात्सुषुप्त्येकसिद्धःतदेकोऽवशिष्टः शिवः केवलोऽहम् ॥ 1 ॥ न वर्णा न वर्णाश्रमाचारधर्मान मे धारणाध्यानयोगादयोपिअनात्माश्रयाहं ममाध्यासहाना-तदेकोऽवशिष्टः शिवः केवलोऽहम् ॥ 2 ॥…

गणपति प्रार्थन घनापाठं

ॐ ग॒णानां᳚ त्वा ग॒णप॑तिग्ं हवामहे क॒विं क॑वी॒नामु॑प॒मश्र॑वस्तमम् । ज्ये॒ष्ठ॒राजं॒ ब्रह्म॑णां ब्रह्मणस्पत॒ आ नः॑ शृ॒ण्वन्नू॒तिभि॑स्सीद॒ साद॑नम् ॥ प्रणो॑ दे॒वी सर॑स्वती॒ । वाजे॑भिर्-वा॒जिनी॑वती । धी॒नाम॑वि॒त्र्य॑वतु ॥ ग॒णे॒शाय॑ नमः । स॒रस्व॒त्यै नमः ।…

हरितालिका तीज व्रत की सम्पूर्ण जानकारी

तिथि-समय : तृतीया तिथि प्रारम्भ – सितम्बर 09, 2021 को 02:33 ए एम बजेतृतीया तिथि समाप्त – सितम्बर 10, 2021 को 12:18 ए एम बजे पूजा का शुभ समय:प्रातःकाल हरितालिका…

भौमवती अमावस्या की धार्मिक विशेषता

ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक दृष्टिकोण से अमावस्या बहुत महत्वपूर्ण होती है। धर्म ग्रंथों के अनुसार मंगलवार को आने वाली अमावस्या को भौमवती अमावस्या कहा जाता है। भौमवती अमावस्या के समय…

शनिदेव पौराणिक, वैज्ञानिक एवं ज्योतिषीय दृष्टिकोण में (विस्तृत विवरण)

नवग्रह में शनि ऐसे ग्रह हैं जिसके प्रभाव से कोई व्यक्ति नहीं बचा है। ऐसा व्यक्ति तलाश करना असम्भव है जो शनि से डरता न हो। कुछ वर्ष पहले तक…

श्री हनुमानजी के किस स्वरूप की पूजा से क्या लाभ होता है।

कलियुग में हनुमानजी सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवताओं में से एक हैं। हनुमानजी के अलग-अलग स्वरूपों की कई प्रतिमाएं और चित्र आसानी से देखे जा सकते हैं। शास्त्रों में…

सूर्य देव को अर्घ्य प्रदान से बढ़ती है आध्यात्मिक ऊर्जा

सूर्य को जल देना पुरानी परम्परा है, परन्तु किसी ने यह जानने का प्रयास किया की क्यूँ दिया जाता है सूर्य को जल? और क्या प्रभाव होता है इससे मानव…

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