Author: ज्ञानसंजीवनी फाउंडेशन

शुक्लयजुर्वेद माध्यन्दिन संहिता अध्याय–१-५

शुक्लयजुर्वेद माध्यन्दिन संहिता प्रथमोध्यायः हरिः ॐ इ॒षे त्वो॒र्जे त्वा॑ वा॒यव॑ स्थ दे॒वो व॑: सवि॒ता प्रार्प॑यतु॒ श्रेष्ठ॑तमाय॒ कर्म॑ण॒ आप्या॑यध्व मघ्न्या॒ इन्द्रा॑य भा॒गं प्र॒जाव॑तीरनमी॒वा अ॑य॒क्ष्मा मा व॑ स्ते॒न ई॑शत॒ माघश॑ᳪ सोध्रु॒वा अ॒स्मिन्…

विश्वकर्मा पूजन: विधि विधान

विश्वकर्मा पूजा मुहूर्त (17 सितंबर 2020)प्रातः काल मुहूर्त – 7 बजकर 22 मिनटअमृत काल मुहूर्त – सुबह 10 बजकर 9 मिनट से 11 बजकर 37 मिनट तकविजय योग – दोपहर…

शुक्लयजुर्वेद माध्यन्दिन संहिता अध्याय -१

हरिः ॐ इ॒षे त्वो॒र्जे त्वा॑ वा॒यव॑ स्थ दे॒वो व॑: सवि॒ता प्रार्प॑यतु॒ श्रेष्ठ॑तमाय॒ कर्म॑ण॒ आप्या॑यध्व मघ्न्या॒ इन्द्रा॑य भा॒गं प्र॒जाव॑तीरनमी॒वा अ॑य॒क्ष्मा मा व॑ स्ते॒न ई॑शत॒ माघश॑ᳪ सोध्रु॒वा अ॒स्मिन् गोप॑तौ स्यात ब॒ह्वीर्यज॑मानस्य प॒शून्पा॑हि…

जन्मकुंडली में इन ग्रहों के चाल से बनता है सन्यास योग

ज्योतिष के अंतर्गत जातक की जन्म कुंडली में कई प्रकार के योग होते हैं, जिनका उस पर प्रभाव पड़ता है ऐसा ही एक योग है प्रवज्या यानी संन्यास योग कुंडली…

किष्किन्धा काण्ड

किष्किन्धा काण्ड ।।राम।।श्रीगणेशाय नमःश्रीजानकीवल्लभो विजयतेश्रीरामचरितमानसचतुर्थ सोपान( किष्किन्धाकाण्ड)श्लोककुन्देन्दीवरसुन्दरावतिबलौ विज्ञानधामावुभौशोभाढ्यौ वरधन्विनौ श्रुतिनुतौ गोविप्रवृन्दप्रियौ।मायामानुषरूपिणौ रघुवरौ सद्धर्मवर्मौं हितौसीतान्वेषणतत्परौ पथिगतौ भक्तिप्रदौ तौ हि नः।।1।।ब्रह्माम्भोधिसमुद्भवं कलिमलप्रध्वंसनं चाव्ययंश्रीमच्छम्भुमुखेन्दुसुन्दरवरे संशोभितं सर्वदा।संसारामयभेषजं सुखकरं श्रीजानकीजीवनंधन्यास्ते कृतिनः पिबन्ति सततं श्रीरामनामामृतम्।।2।।सो0-मुक्ति जन्म…

देहस्थ पञ्चवृत्तियाँ

योगेन चित्तस्य पदेन वाचां।मलं शरीरस्य च वैद्यकेन॥योऽपाकरोत्तमं प्रवरं मुनीनां।पतञ्जलिं प्राञ्जलिरानतोऽस्मि॥ चित्त की वृत्तियों को देखा जाए तो असंख्य है परन्तु योग दर्शन के महान रचनाकार श्री पतजंलि ऋषि ने अपने…

अवसाद निवारण में ग्रहों की भूमिका

इस भाग-दौड़ भरी दुनिया में कोई ऐसा इंसान नही होगा। जिसे किसी तरह की कोई टेंशन न हुई हो। इन्हीं टेंशन के चलते कई लोग डिप्रेशन का शिकार हो जाते…

श्रीसूर्य भगवान की आरती

जय कश्यप-नन्दन,ॐ जय अदिति नन्दन।त्रिभुवन – तिमिर – निकन्दन,भक्त-हृदय-चन्दन॥॥जय कश्यप-नन्दन .. ॥सप्त-अश्वरथ राजित,एक चक्रधारी।दु:खहारी, सुखकारी,मानस-मल-हारी॥॥ जय कश्यप-नन्दन .. ॥सुर – मुनि – भूसुर – वन्दित,विमल विभवशाली।अघ-दल-दलन दिवाकर,दिव्य किरण माली॥॥जय कश्यप-नन्दन…

संत ज्ञानेश्वर (माउली)

संत ज्ञानेश्वर अर्थात् महाराष्ट्र का एक अनमोल रत्न ! महाराष्ट्र के सांस्कृतिक जीवनके, पारमार्थिक क्षेत्रके ‘न भूतो न भविष्यति’ऐसा सर्वश्रेष्ठ व्यक्तित्व एवं अलौकिक चरित्र अर्थात् संतज्ञानेश्वर! गत लगभग ७२५ वर्षांसे…

शनिवार व्रत कथा

यह व्रत कब करें शनिवार का व्रत शनि महाराज को प्रसन्न करने के लिए रखा जाता है। जिनकी जन्म कुंडली में शनि की साढ़ेसाती चल रही है या शनि की…

error: Content is protected !!