Author: ज्ञानसंजीवनी फाउंडेशन

पूज्य स्वामी जी का सन्यास दिवस

सदाशिव समारम्भाम् शंकराचार्य मध्यमाम्।। अस्मद् आचार्य पर्यन्ताम् वंदे गुरु परम्पराम्।। सनातन धर्मान्तर्गत वेदों में प्रतिपाद्य विषयों को हर विधा से जन-जन तक पहुंचा कर वैदिकोविश्वभूषणः का अलख जगाने वाले तपोनिष्ठ…

अक्षय तृतीया शुभ मुहूर्त एवं पूजा विधि

अक्षय तृतीया शुभ मुहूर्ततृतीया तिथि का आरंभ: 14 मई 2021 को प्रात: 05 बजकर 38 मिनट से.तृतीया तिथि का समापन: 15 मई 2021 को प्रात: 07 बजकर 59 मिनट तक.अक्षय…

नैमिषारण्य तीर्थ

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सीतापुर 92 किमी की दूरी पर स्थित है, यही वह पवित्र जगह है जहां महापुराण लिखे गएं, नाम है नैमिषारण्य। नैमिषारण्य सतयुग से ही…

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय १०

विभूति योग(भगवान की ऎश्वर्य पूर्ण योग-शक्ति) श्रीभगवानुवाचभूय एव महाबाहो श्रृणु मे परमं वचः ।यत्तेऽहं प्रीयमाणाय वक्ष्यामि हितकाम्यया ॥ (१) भावार्थ : श्री भगवान्‌ ने कहा – हे महाबाहु अर्जुन! तू…

महानता का संबंध शरीर से नहीं, आत्मा से-

एक बार उद्यान में भ्रमण करते करते सहसा राजा विक्रमादित्य महाकवि कालिदास से बोले – ” आप कितने प्रतिभाशाली है, मेधावी हैं पर भगवान ने आपका शरीर भी बुद्धि के…

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय ५

कर्म सन्यास योग(सांख्य-योग और कर्म-योग के भेद) अर्जुन उवाचसंन्यासं कर्मणां कृष्ण पुनर्योगं च शंससि ।यच्छ्रेय एतयोरेकं तन्मे ब्रूहि सुनिश्चितम्‌ ॥ (१) भावार्थ : अर्जुन ने कहा – हे कृष्ण! कभी…

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय ६

आत्म संयम योगयोग में स्थित मनुष्य के लक्षण श्रीभगवानुवाचअनाश्रितः कर्मफलं कार्यं कर्म करोति यः ।स सन्न्यासी च योगी च न निरग्निर्न चाक्रियः॥ (१) भावार्थ : श्री भगवान ने कहा –…

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय ७

ज्ञान विज्ञानं योग(विज्ञान सहित तत्व-ज्ञान) श्रीभगवानुवाचमय्यासक्तमनाः पार्थ योगं युञ्जन्मदाश्रयः।असंशयं समग्रं मां यथा ज्ञास्यसि तच्छृणु॥१ भावार्थ : श्री भगवान ने कहा – हे पृथापुत्र! अब उसको सुन जिससे तू योग का…

जानिए ग्रहों की अनुकूलता प्राप्त करने का उपाय

सूर्य ग्रह :सूर्य की अनुकूलता प्राप्त करने के लिए जातक को अपने आहार में गेहूं, आम, गुड़ आदि का उपयोग करना चाहिए। चन्द्र ग्रह :चन्द्रमा मन का कारक है अत:…

पवित्र तीर्थ यात्रा

हमारे यहाँ तीर्थ यात्रा का बहुत ही महत्त्व है। पहले के समय यात्रा में जाना बहुत कठिन था। पैदल या तो बैल गाड़ी में यात्रा की जाती थी। थोड़े थोड़े…

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