भगवान के पास दो शक्तियां हैं।
दोनों भगवान की है एक है माया और दूसरी है भक्ति, जब कोई भगवान के समक्ष जाता है भगवान को प्रणाम करता है तो वह पूछते हैं बोलो क्या चाहिए माया चाहिए या भक्ति?भक्त पूछता है महाराज दोनों में अंतर क्या है?
भगवान बोले देखो दोनों में एक ही अंतर है अगर तुम्हें नाचना हो तो माया ले जाओ और अगर मुझे नाचना हो तो भक्ति ले जाओ। क्योंकि जीव जिस के वश में रहे उसका नाम माया और भगवान जिसके वश में हो जाए उसका नाम भक्ति।
भक्ति के राज्य में तो भगवान नृत्य भक्ति करते हैं और भगवान के राज्य में समस्त संसार नाचता है जबकि भक्ति के राज्य में भगवान नाचते हैं।