ज्ञानसंजीवनी

कुदरत ने हमको दी हैं
अनंत संपदा अनंत संपदा
इनके बिना ना जीवन
जी पाएगा कोई भी
हम सबको संभालनी है
ये अनंत संपदा ये अंनत संपदा
पेड़ों बिना न जीवन
कोई पा सके जहां में
अन्न,फल, फूल, मेवा, सब्जी
पेड़ों से पाते हैं हम सभी
लगायें पेड़ हम सभी भी
अधिक से अधिक जहां में
धरती बचायें जीवन सहेजें
हरियाली बिखेरें ऋण उतारें
जीवन की सभी उपलब्धि सखी
सभी फिर पा जायें इस जहां में
जितना अधिक हो पेड़ों का रोपण
उतनी अधिक ही होगी
खुशहाली इस जहां में

-सुमित्रा गुप्ता सखी

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