श्रीमद्भगवद्गीता – अध्याय १८
मोक्ष सन्यास योग-त्याग का विषय अर्जुन उवाचसन्न्यासस्य महाबाहो तत्त्वमिच्छामि वेदितुम् ।त्यागस्य च हृषीकेश पृथक्केशिनिषूदन ॥ भावार्थ : अर्जुन बोले- हे महाबाहो! हे अन्तर्यामिन्! हे वासुदेव! मैं संन्यास और त्याग के…
मोक्ष सन्यास योग-त्याग का विषय अर्जुन उवाचसन्न्यासस्य महाबाहो तत्त्वमिच्छामि वेदितुम् ।त्यागस्य च हृषीकेश पृथक्केशिनिषूदन ॥ भावार्थ : अर्जुन बोले- हे महाबाहो! हे अन्तर्यामिन्! हे वासुदेव! मैं संन्यास और त्याग के…
वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रहों का गोचर व्यक्ति के जीवन पर काफी प्रभाव डालता है। नक्षत्र मंडल में राशियों के मध्य विचरण करने वाले ग्रह ऐसे में जब अप्रैल के…