Month: April 2021

आत्मज्ञान का रहस्य

एक बार एक नवयुवक एक ब्रह्मज्ञानी महात्मा के पास गया और बोला – “ मुनिवर ! मुझे आत्मज्ञान का रहस्य बता दीजिये, जिससे मैं आत्मा के स्वरूप को जानकर कृतार्थ…

जानिए शनिदेव का आपके जीवन पर प्रभाव

श्री शनिदेव भगवान सूर्यनारायण के पुत्र हैं और पिता-पुत्र में शत्रुतापूर्ण व्यवहार है। शनिदेव सूर्यनारायणके शत्रु हैं शनिदेव एक ऐसे ग्रह हैं जिनके प्रभाव से संसार का कोई प्राणी बच…

श्री हनुमान जयंती पर विशेष उपासना

आज हनुमान जन्मोत्सव  है। इस दिन हनुमान जी का जन्मदिन व तिथि एक साथ मिलने से विशेष संयोग माना जा रहा है। ऐसा संयोग 1946 के बाद 11वीं बार बन…

आध्यात्मिकता क्यों आवश्यक है?

यह प्रश्न सब करते हैं क्या अध्यात्म की शिक्षा क्यों आवश्यक है? जीवन में इतनी अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा है और जीवन की उन्नति के लिए वह काफी है। फिर…

शनि प्रदोष व्रत आज

ऐसे करें पूजन, दूर हो जाएंगे सभी कष्ट शनि प्रदोष व्रत के दिन शनि भगवान की पूजा होती है। काला तिल, काला वस्त्र, तेल, उड़द शनि को बहुत प्रिय हैं।…

दिशा शूल

यात्रा सभी लोग करते हैं। कोई व्यापार के लिए, कोई धार्मिक कार्य के लिए, कोई मांगलिक कार्य के लिए अथवा कोई किसी महत्वपूर्ण खरीददारी के लिए। कभी-कभी यात्रा सुखमय होती…

इस प्रकार करें घर मे रोज की पूजा”

पूजा हमेशा पूर्व या उत्तर की ओर मुँह करके करनी चाहिये, हो सके तो सुबह 6 से 8 बजे के बीच में करें। पूजा जमीन पर आसन पर बैठकर ही…

प्रेत योनि से मुक्ति दिलाती है कामदा एकादशी

कामदा एकादशी चैत्र शुक्लपक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस साल यह एकादशी 23 अप्रैल, शुक्रवार को मनाई जाएगी। चैत्र नवरात्रि और राम नवमी के बाद यह पहली एकादशी…

त्रिपुर भैरवी स्तोत्रम्

त्रिपुर भैरवी – भैरवी योगेश्वरी रूप उमा हैं तथा जगत का मूल कारण हैं। एक कथानुसार जब शिव का मन उच्चटित होता है, तो वह पार्वती से कहीं दूर जाना…

।।श्रीअम्बाष्टकम्।।

चेटीभवन्निखिलखेटीकदम्बतरुवाटीषु नाकपटली वनवाटीषु,कोटीरचारुतरकोटीमणीकिरणकोटीकरम्बितपदा ।पाटीरगन्धिकुचशाटीकवित्वपरिपाटीमगाधिपसुता,घोटीकुलादधिकधाटीमुदारमुखवीटीरसेन तनुताम् ॥ कूलातिगामिभयतूलावलीज्वलनकीला निजस्तुतिविधौ,कोलाहलक्षपितकालामरीकुशलकीलालपोषणनभः ।कलशकीलाल स्थूला कुचे जलदनीला कचे कलितलीला,कदम्बविपिने शूलायुधप्रणतिशीला विभातु हृदि शैलाधिराजतनया ॥ भवतु यत्राशयो लगति तन्नागजा वसतु कुत्रापि निस्तुलशुका तत्रागजा,सुत्रामकालमुखसत्राशनप्रकरसुत्राणकारिचरणा ।छत्रानिलातिरयपत्राभिरामगुणमित्रामरीसमवधूः,कुत्रासहन्मणिविचित्राकृतिः स्फुरितपुत्रादिदाननिपुणा ॥…

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