मूल नक्षत्र में जन्म का फल
आद्ये पिता नाशमुपैति मूलपादे द्वितीये जननीं तृतीये।धनं चतुर्थस्य शुभोऽथ शान्त्यासर्वत्रसत्स्यादहिभे विलोमम्।। मूल नक्षत्र के प्रथम चरण में जन्म हो तो पिता का नाश होता है। द्वितीय चरण में माता को…
आद्ये पिता नाशमुपैति मूलपादे द्वितीये जननीं तृतीये।धनं चतुर्थस्य शुभोऽथ शान्त्यासर्वत्रसत्स्यादहिभे विलोमम्।। मूल नक्षत्र के प्रथम चरण में जन्म हो तो पिता का नाश होता है। द्वितीय चरण में माता को…
शुक्लयजुर्वेद माध्यन्दिन संहिता षोडशोध्यायः हरिः ॐ नम॑स्ते रुद्र म॒न्यव॑ उ॒तो त॒ इष॑वे॒ नम॑: । बा॒हुभ्या॑मु॒त ते॒ नम॑: ।। १ ।।या ते॑ रुद्र शि॒वा त॒नूरघो॒राऽपा॑पकाशिनी । तया॑ नस्त॒न्वा शन्त॑मया॒ गिरि॑शन्ता॒भि चा॑कशीहि…