Month: August 2020

पुण्यों का मोल

एक व्यापारी जितना अमीर था उतना ही दान-पुण्य करने वाला, वह सदैव यज्ञ-पूजा आदि कराता रहता था। एक बार उसे व्यापार में घाटा चला गया ।अब उसके पास परिवार चलाने…

गीता के १८ अध्यायों का संक्षेप में हिंदी सारांश

भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया और इसी उपदेश को सुनकर अर्जुन को ज्ञान की प्राप्ति हुई। गीता का उपदेश मात्र अर्जुन…

भक्तराज ध्रुव की कथा

स्वयाम्भुव मनु और शतरूपा जी के दो पुत्र और तीन पुत्रियां थी। पुत्रों के नाम थे प्रियव्रत और उत्तानपाद।उत्तानपाद जी की दो रानियां थी सुनीति और सुरुचि। लेकिन राजा का…

डाकू रत्नाकर और देवर्षि नारद की कहानी

एक पौराणिक कथानक है। एक समय की बत है रत्नाकर नाम का एक डाकू (दस्यु) हुआ करता था। अपने परिवार के भरण पोषण के लिए रत्नाकर चोरी, लूटपाट और राहगीरों…

सोलह सोमवार व्रत महात्म्य

सोमवार का व्रत श्रावण, चैत्र, वैसाख, कार्तिक और माघ महीने के शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार से शुरू किया जाता है।कहते हैं इस व्रत को १६ सोमवार तक श्रद्धापूर्वक करने…

रामायण पर एक द्दृष्टि

किसी भी ग्रन्थ, लेख या वक्तव्य का उद्देश्य उसके उपक्रम में ही निहित रहता है। ग्रन्थकार, लेखक अथवा वक्ता अपनी कृति के आरम्भ में ही उसके उद्देश्य का उल्लेख करता…

त्याग का रहस्य

एक बार महर्षि नारद ज्ञान का प्रचार करते हुए किसी सघन बन में जा पहुँचे। वहाँ उन्होंने एक बहुत बड़ा घनी छाया वाला सेमर का वृक्ष देखा और उसकी छाया…

निष्पक्षता के निहितार्थ

जब दो विरोधी पक्ष किसी बिन्दु पर विवाद करने लगें तो धर्मनिष्ठ (ईमानदार) लोगों से समाज द्वारा यह अपेक्षा की जाती है कि वे अपने मत व्यक्त करते समय निष्पक्ष…

गीता सुगीता कर्तव्या किमन्यैः शास्त्रविस्तरैः

यह प्रसिद्ध श्लोक गीता की प्रशंसा में किसी कवि ने लिखा है। गीता की विषयवस्तु इतनी लोकप्रिय है कि जो एक बार इसको पढ़ता या सुनता है वह बिना आकर्षित…

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