पुण्यों का मोल
एक व्यापारी जितना अमीर था उतना ही दान-पुण्य करने वाला, वह सदैव यज्ञ-पूजा आदि कराता रहता था। एक बार उसे व्यापार में घाटा चला गया ।अब उसके पास परिवार चलाने…
एक व्यापारी जितना अमीर था उतना ही दान-पुण्य करने वाला, वह सदैव यज्ञ-पूजा आदि कराता रहता था। एक बार उसे व्यापार में घाटा चला गया ।अब उसके पास परिवार चलाने…
भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया और इसी उपदेश को सुनकर अर्जुन को ज्ञान की प्राप्ति हुई। गीता का उपदेश मात्र अर्जुन…
स्वयाम्भुव मनु और शतरूपा जी के दो पुत्र और तीन पुत्रियां थी। पुत्रों के नाम थे प्रियव्रत और उत्तानपाद।उत्तानपाद जी की दो रानियां थी सुनीति और सुरुचि। लेकिन राजा का…
एक पौराणिक कथानक है। एक समय की बत है रत्नाकर नाम का एक डाकू (दस्यु) हुआ करता था। अपने परिवार के भरण पोषण के लिए रत्नाकर चोरी, लूटपाट और राहगीरों…
सोमवार का व्रत श्रावण, चैत्र, वैसाख, कार्तिक और माघ महीने के शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार से शुरू किया जाता है।कहते हैं इस व्रत को १६ सोमवार तक श्रद्धापूर्वक करने…
किसी भी ग्रन्थ, लेख या वक्तव्य का उद्देश्य उसके उपक्रम में ही निहित रहता है। ग्रन्थकार, लेखक अथवा वक्ता अपनी कृति के आरम्भ में ही उसके उद्देश्य का उल्लेख करता…
एक बार महर्षि नारद ज्ञान का प्रचार करते हुए किसी सघन बन में जा पहुँचे। वहाँ उन्होंने एक बहुत बड़ा घनी छाया वाला सेमर का वृक्ष देखा और उसकी छाया…
जब दो विरोधी पक्ष किसी बिन्दु पर विवाद करने लगें तो धर्मनिष्ठ (ईमानदार) लोगों से समाज द्वारा यह अपेक्षा की जाती है कि वे अपने मत व्यक्त करते समय निष्पक्ष…
यह प्रसिद्ध श्लोक गीता की प्रशंसा में किसी कवि ने लिखा है। गीता की विषयवस्तु इतनी लोकप्रिय है कि जो एक बार इसको पढ़ता या सुनता है वह बिना आकर्षित…
भगवान श्रीकृष्ण की परम उपासक कर्मा बाई जी जगन्नाथ पुरी में रहती थी और भगवान को बचपन से ही पुत्र रुप में भजती थीं । ठाकुर जी के बाल रुप…