Day: July 30, 2020

समर्पण

एक बार किसी गांव में महात्मा बुध्द का आगमन हुआ। सब इस होड़ में लग गये कि क्या भेंट करें। इधर गाँव में एक गरीब मोची था। उसने देखा कि…

हे राम!

यह श्लोक इस प्रकार हैं-राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे ।सहस्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने ॥३८॥ श्लोक का अन्वय —वरानने! राम राम इति राम इति (जप)। (अहं) मनोरमे रामे रमे। तत्…

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