मृत्यु देवी के जन्म की कहानी : लेखिका – सुमित्रा गुप्ता ‘सखी’
मित्रों..ये बात उस समय की है जब सृष्टि पर मृत्यु जैसा कोई रूप नहीं था। सभी जन्म तो लेते थे पर मरता कोई नहीं था।शायद आप सभी आश्चर्य कर रहें…
मित्रों..ये बात उस समय की है जब सृष्टि पर मृत्यु जैसा कोई रूप नहीं था। सभी जन्म तो लेते थे पर मरता कोई नहीं था।शायद आप सभी आश्चर्य कर रहें…
आज भागदौड़ के आपाधापी में हमारे युवाओं के जीवन में नाना प्रकार की कठिनाइयां और उन्हें जीवन के हरेक मोड़ पर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। सभी विषयों…
महर्षि वाल्मीकि ने अपने अमर ग्रन्थ रामायण में समाज जीवन के विभिन्न विषयों पर अनगिनत उपयोगी नीतियों का वर्णन किया है। इस लेख में हम रामायण में वर्णित राजपुरुषों और…
कठोपनिषद अध्याय १, बल्ली २, मंत्र १ और २ : अन्यच्छ्रेयोऽन्यदुतैव प्रेयस्ते उभे नानार्थे पुरुषंसिनीतः ।तयोः श्रेय आददानस्य साधु भवति हीयतेऽर्थाद्य उ प्रेयो वृणीते ।।(कठोपनिषद्, अध्याय १, बल्ली २, मंत्र…