श्रीराम विवाह एक सुन्दर प्रसंग
कनक कलस मनि कोपर रूरे। सुचि सुगंध मंगल जल पूरे॥निज कर मुदित रायँ अरु रानी। धरे राम के आगें आनी॥3॥भावार्थ:-पवित्र, सुगंधित और मंगल जल से भरे सोने के कलश और…
कनक कलस मनि कोपर रूरे। सुचि सुगंध मंगल जल पूरे॥निज कर मुदित रायँ अरु रानी। धरे राम के आगें आनी॥3॥भावार्थ:-पवित्र, सुगंधित और मंगल जल से भरे सोने के कलश और…