सूर्य चालीसा
।।दोहा।।कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अंग।पद्मासन स्थित ध्याइये, शंख चक्र के संग।। ।।चौपाई।।जय सविता जय जयति दिवाकर।सहस्त्रांशु ! सप्ताश्व तिमिरहर।।भानु ! पतंग ! मरीची ! भास्कर।l सविता ! हंस सुनूर…
।।दोहा।।कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अंग।पद्मासन स्थित ध्याइये, शंख चक्र के संग।। ।।चौपाई।।जय सविता जय जयति दिवाकर।सहस्त्रांशु ! सप्ताश्व तिमिरहर।।भानु ! पतंग ! मरीची ! भास्कर।l सविता ! हंस सुनूर…
श्री गणेश वन्दनावर्णानामर्थसंघाना रसानां छन्दसामपि।मंगलानां च कर्तारौ वन्दे वाणीविनायकौ ।।गजाननं भूतगणादिसेवितं कपित्थजम्बू फल चारु भक्षणम।उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम।। श्री गणपति नमस्कारविघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धिताय।नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषितायगौरीसुताय गणनाय नमो…
दोहामातु लक्ष्मी करि कृपा, करो ह्रदय में बास ।मनोकामना सिद्ध करि, पुरवहु मेरी आस ।।सोरठायही मोर अरदास, हाथ जोड़ विनती करूं ।सब विधि करौ सुवास, जय जननि जगदंबिका ।।चौपाईसिंधु सुता…